छाई रै खाटू नगर में बहार,
श्याम मिलन की रूत आई,
Tag: Aaj Tulsa ji ki nagariya hari dulha bane aa rahe
हरी ने हिये न धारा रे ,
तरेगा वही जिसके मन में हरी है, मन में हरी है,
मेरी नाव में चढ़ मत जाना,जादूगर दोनो भैया।
बने दूल्हा छवि देखो श्री राम की,
दुल्हन बनी सिया जानकी।
काया नगर रे बीच में रे,
लहरिया लम्बा पेड़ खजूर
बंसी वाले ने यह दिन दिखाया मेरी लाडो को दुल्हन बनाया।
ओ कान्हा मेरे ओ कान्हा मेरे, तेरी राह निहारु पनघट पे,
गली-गली मत उगे तुलसा, कोई नहीं सीचन आवेगा
जीवन तेरा श्याम हवाले,
मन तू क्यों घबराये,
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