कन्हैया तेरी यारी पे
वारी रे मैं तो वारी।
Tag: Brishbhanu ki dulari badi pyari lage
बृजवासी तोहै बुलावे क्यों सांवरिया ना आवे।
क्यों रूठ गई वृषभान लली,
हमें तेरा ही एक सहारा है,
प्यारो लागे तेरो पवन दुलारो मईया हे प्यारो लागे हे।
भूखे है तेरे प्यार के, हमें भी दीदार दे ।
कर लो मोहन से यारी मेरी राधा प्यारी।
सीता ने न्योता भिजवाया,हनुमत को बुलवाया।
हनुमान पियारा आज बचादे मेरा बीर।
जिनके मन में बसे श्री राम जी उनकी रक्षा करें हनुमान जी।
तुम्हें कैसे मनाऊं हनुमत में। आ जाओ तुम कीर्तन में।
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