श्याम चंदा चकोरी श्यामा प्यारी
Tag: aachal me chupa lijiye
छुप छुप आयो श्याम लेके ग्वाल बाल हैं,
मुक्ति का कोई तूँ जतन करले रे,
रोज थोड़ा थोड़ा हरी का भजन करले ।
ऐसा कलयुग आया संतो ऐसा कलयुग आया।
ये कुञ्ज गली सँकरी सँकरी,
छुप गया कान्हाँ पकड़ी पकड़ी,
मेरी मानो पिया उनकी दे दो सिया, बस इसी में भलाई तुम्हारी पिया
सामने आओगे या आज भी पर्दा होगा,
श्याम नगीना बन जाते,
तो नथनी में जड़ाते,
ये सुन्दर चेहरा सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दिवाना लगता है,
भारत में फिर से आजा,मन मोहन मुरलिया वाले।
You must be logged in to post a comment.