आंख्या को काजल थारो, होठां री लाली जी,
Tag: bhole ji ki aakh ke tare
बहती है अँखियों से धार,
आ जाओ सांवरे,
तरेगा वही जिसके मन में हरी है, मन में हरी है,
जय भोले जय भंडारी
तेरी है महिमा न्यारी
गाओ मंगलाचार सखी हे भोले के फेरे होंगे।
अपने भगत की आँख में,
आँसू देख ना पाएगा,
गोरा मैया जी के प्यारे भोले जी की आँख के तारे।
जिनको जिनको सेठ बनाया, वो क्या रिश्तेदार हैं
मारा सांवरिया सिरमोर ,
थारा बंद दरवाजा खोल।