छाई रै खाटू नगर में बहार,
श्याम मिलन की रूत आई,
Tag: Dekho dekho re bahar
जरा चल के वृन्दावन देखो ,
श्याम बंसी बजाते मिलेंगे ।
देखो वृन्दावन की कुंज गलिन में, नाचत नन्द्कुमार।
उलझ मत दिल बहारो में, बहारो का भरोसा क्या।
देखो देखो रे बहार, राजा हिमाचल के द्वार