पूछे सिया सुन अंजनि के लाला।
क्यूँ तोड डाली तूने मणियों की माला।।
Tag: Ek tulsi ki mala
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई।
दिल मतवाला जपूं कैसे माला,
तेरे नाम दी जपा मै माला माला
जिसने कृष्ण कृष्ण टेरया,फेरी मन की माला,
गली-गली मत उगे तुलसा, कोई नहीं सीचन आवेगा
कर जोड़ खड़ी सीता,माला पहनाने को।
माला फुलन कि राम जाने किसके गले पड़ेगी।
सुबह शाम आए शालिग्राम रे जिनके अंगना में तुलसी।
तुलसा मने राम ते मिला दे। राम ते मिला दे घनश्याम ते मिला दे
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