बजरंगी की पूजा होती,
मंगल और शनिवार,
Tag: Aaj tulsi ki puja hamare angana
ले के पूजा की थाली, ज्योत मन की जगाली,
तेरी आरती उतारूँ भोली माँ।
मैया मोरे अंगना दरश दिखा,
चंदा भी देख शरमाया, कान्हा जी तुम्हे किसने सजाया।
म्हारे री बगड़ में
आइये मेरी मां
पूजा करो हनूमान की, बोलो राम राम जी।
मैया के द्वारे बड़ी भीड़ रे कैसे लीपूं अंगनवा।
गली-गली मत उगे तुलसा, कोई नहीं सीचन आवेगा
आंगन में तुलसी तुलसी की पूजा
मेरे अंगना में आना मैया झूम झूम के,
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