गोपालो झलके अंखियन में,
नन्दलालो झलके अंखियन में।।
Tag: Aaj mithila nagar nihal sakhiya
सखी दूसरों रंग चढ़ेगो नही,अब सांवर रंग रंग्यों सो रंगयों।
प्रेम नगर मत जा ए मुसाफिर
प्रेम नगर मत जा।
कान्हा कंकर ना मारो गगरिया में। हमें जाना है गोकुल नगरिया में
आया सखियो मेरा बनवारी
मेरा बनवारी आया मेरा गिरधारी
छोटी छोटी सखियों में खेलती भवानी
म्हारे हिवडे उठी हिलोर भायला खाटू नगरी जावण की,
छाई रै खाटू नगर में बहार,
श्याम मिलन की रूत आई,
मेरी नाव में चढ़ मत जाना,जादूगर दोनो भैया।
काया नगर रे बीच में रे,
लहरिया लम्बा पेड़ खजूर
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