सिया राम जी का डंका लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने।
Tag: Bhajo man ram siya
कोयल वाणी बोल रे कागा,
मेरा मन राम से लागा,
जय रघुनन्दन जय सियाराम,
हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।।
राम जपले रे सिया राम जपले,
पूछे सिया सुन अंजनि के लाला।
क्यूँ तोड डाली तूने मणियों की माला।।
राम भजन रा लावा लेलो,
हरि भजन रा लावा,
जग बितयो जाय लावा।।
राम जपले रे सिया राम जपले,
म्हारा बालाजी ने दाय घणो आवे रे,
म्हारी झुपड़िया आवो मारा राम,
कौशल्या, दशरथ के नंदन,
राम ललाट पे शोभित चन्दन
भजे क्यों ना राम,क्यों सौवे तूं बुढ़िया।
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