आंख्या को काजल थारो, होठां री लाली जी,
Tag: Aakho ke aashu
कहाँ रखोगे बाबा,
हारो की अंसुवन धार,
मेरी आँखों में आंसू को तू आने ही नहीं देता,
बहती है अँखियों से धार,
आ जाओ सांवरे,
आस लगी है, तेरे दर्शन की,लाज रखो मेरे असुवन की,
मन में आस जगी मैंने दिल की सुनी, आ गयी दर तेरे दौड़ के।
आजा आजा आजा
आजा मेरे मोहन प्यारे
टूटे दिल की आस पुकारे
आजा आजा मेरे मोहन प्यारे।
मेरी मानो पिया उनकी दे दो सिया, बस इसी में भलाई तुम्हारी पिया
मेरी नाव में चढ़ मत जाना,जादूगर दोनो भैया।
में तो पुरबियों पूरब देश रो मारी हेली ।
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