डम डम वजे गुरा दा डमरु….
सासु तेरा बेटा दीवाना, इल्जाम बहू पे ना लगाना।
मांगो मांगो मेरी ननदी तेरे मांगन का दिन आज
जय जयकार माता की आओ शरण भवानी की
बैठे सत्संग में हनुमान भजते राम राम राम
मने जावण दे भरतार,भरतार,मेले में खाटू जाऊंगी
ओ मां ओ मां।
फैसला दरबार का संवारे सरकार का,मंजूर है
वेदसारशिवस्तोत्रम्,
ना में जानू आरती वंदन,ना पूजा की रीत
मुनिया पिंजरे वाली ना,तेरा साहब है व्यापारी
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