डम डम वजे गुरा दा डमरु….
केसरिया बालम आवोनी, पधारो म्हारे देश जी,
म्हारा सांवरिया पधारया म्हारा देश मैं नाचू गांऊं झूम झूम के
नर चेत गुमानी, माया ना संग चले,
याद किया न कभी श्याम को बस माया ही जोड़ी
खाटू के खाटू श्याम ने खाटू में बुलाया है।
कीर्तन में ताली बजानी पड़ेगी ,चरणों में हाजिरी लगानी पड़ेगी।
सुन श्याम सांवरिया मेरे, फागुन की मस्ती तेरे, भक्तों पर छाई है