रास रचायो रसिक बिहारी,एसो रस बरसाए दियो
Tag: bake bihari ke naina
खिड़की मत खोलो अटारी की, चोरी हो गई बांके बिहारी की।
हमरो प्रणाम बांके बिहारी को,
कुञ्ज बिहारी से रास बिहारी से
मेरे नैना लड़ गये हाय रे मेरे नैना लड़ गये।
मेरे बाँके बिहारी के नैना,
सखी री, कछु जादू सो कर गए री,
कजरारे नैनो वाली,
तू ज्यो फूलों की डाली
तिरछी चितवन से करके इशारे,
चोट ऐसी जिगर पे ये मारे,
सखी री बांके बिहारी से
हमारी लड़ गयी अंखियाँ ।
क्यों नैणा भरमावे जी ,
थारे हाथ कबीरो नहीं आवे जी।
घुंघटीयों झीणों झीणों,
सांवरिया नैण मिला ले रे,
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