तुम दिखते नहीं हो फिर भी हरि,एहसास तुम्हारा होता है,
Tag: Aaj thado ri bihari jamuna tat pe
रास रचायो रसिक बिहारी,एसो रस बरसाए दियो
यमुना जल में तुम ऐसे नहाती हो क्यों,
कुञ्ज बिहारी से रास बिहारी से
मेरे नैना लड़ गये हाय रे मेरे नैना लड़ गये।
माया माया माया हरि जी
मैं तो माया में फस गई रे।
अब तिरछी नजर मेरे हरि की।
तिरछी चितवन से करके इशारे,
चोट ऐसी जिगर पे ये मारे,
हरि मैं तो लाख यतन कर हारी।
यमुना जल मा केसर घोली स्नान कराऊँ सांवरा।
तेरा संकट सारा हर लेंगे,
तू नाम हरि का जपले,
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