ये सुन्दर चेहरा सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दिवाना लगता है,
Tag: Aadha hai chandrama raat aadhi
चेहरों उतर गयो चांद को जी,एसो सोनो सोनो लागे,
भारत में फिर से आजा,मन मोहन मुरलिया वाले।
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया।
कन्हैया बागों में मत जाइयो बाग की मालन मोह लेगी।
शबरी राम को बेर खिला रही,मीठे चाख चख के।
मंदिरों से मां ने टेलीफोन किया है।
ओ झुँझन वाली माँ,
क्या खेल रचाया है,
आधा है चंद्रमा रात आधी। रह न जाए मैया मुलाकात आधी मैया बात आधी।