तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया।
एक दिना बागं में बाजी जाने मोह लीए पपिहा मोर।
श्याम ने मोह लाई कोयलिया,
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया।
एक दिन जमुना पे बाजी जाने नाथो कालिया नाग।
श्याम ने दार दयी है नाथुनिया।
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया।
एक दिना मधुवन में बाजी जाने रास रचायो घनघोर।
श्याम की बाज रही पायलिया।
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया।
एक दिना मथुरा में बाजी जाने दीनो कंस पछाड़।
कंस की राय रही हैं दोऊ रानियां।
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया।
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया।