तूं भी श्याम रिझा ले, तूं भी भजनों को गा ले। तूं भी चरणों में शीश को झुकाले
Tag: Fir tere darwar pe ma sar ko jhukane aa gayi
श्याम को दरबार यो तो,
दीना को ठिकानो है,
हम शरण तेरी आए है,
झुकाने को ये सर,
आज हम नाचेंगे राधे के दरबार,
भारत में फिर से आजा,मन मोहन मुरलिया वाले।
राम के दरबार में जो आ गया।जिसने जो मांगा वो सबकुछ पा गया।
आज सजाया दरबार बाला जी आओ कीर्तन में,
दरबार तुम्हारा श्याम, दुनिया से निराला है,
प्यारा प्यारा मां तेरा दरबार है। सोना सोना मां तेरा दरबार है।
तेरी मुरली पे जाऊं बलिहार रसिया, में तो नाचूंगी तेरे दरबार रसिया।
You must be logged in to post a comment.