मोहन बन गए नर से नार
छमछम नाचे कृष्ण मुरार
Tag: Ban ki mor banayiyo mere mohan
जग पर संकट आया बाबा मोर छड़ी लहराओ ना।
आज्या नंद के दुलारे हो, रोवै अकेली मीरा।
मनमोहन मुरलिया वाले, बांसुरिया वाले सुनाय रहे बांसुरिया।
मोहन हमारे मधुबन में तुम आया ना करो,
सखी दोष नहीं मनमोहन का,
वह बांस बुरे जिनकी बंसी,
मोर मुकुट मुरली की कसम हम तुमसे मोहब्बत करते हैं
मोरछड़ी जद लहरावै तो भगता की बिपदा भागी,
ना पकड़ो हाथ मन मोहन, कलाई टूट जाएगी,
वृंदावन बोले मोर, ओ मोर, गोकुल में शोर भयो भारी।
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