नौ नौ रूप मैया के तो,
बड़े प्यारे लागे,
Tag: Dholak bajau sari raat maiyaji tumko
जहाँ आसमां झुके जमीं पर,
सर झुकता संसार का,
सुखी मेरा परिवार है,
ये तेरा उपकार है,
नवरातों के दिन आए है,
मैया रानी आएगी,
बैठी पहाड़ों पे मैया,हो गया है देखो भोर
उसको मेरी सेवा का अधिकार है,
करता जो अपनी माँ से प्यार है,
यही सोच दिन रात राम हमें कैसे तारोगे।
बजने दो भाई बजने दो, मेरी मैया का ढोलक बजने दो।
आधा है चंद्रमा रात आधी। रह न जाए मैया मुलाकात आधी मैया बात आधी।
अपने गम की दास्तां कैसे करूँ बयां
तू सब कुछ है जानती, अंतर्यामी माँ,
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