ये राधा ये लिली पीली साड़ी पेहेर,रास में तूं ही तूं दिखे
Tag: Aisi rachna rach gaya tu
गुरु जी तैने कैसो खेल रचायो
तेरी माया को पार ना पायो।
मैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचैया,
ओ झुँझन वाली माँ,
क्या खेल रचाया है,
ऐसी रचना रच गया तू जहां देखूं वहां तू ही तू।