सुन मेरी मात मेरी बात, छानी कोणी तेरे से
Tag: Dadiji mhari amar suhagan ji
ओ मेरी प्यारी दादी,
देख तेरी बेटी आई,
नोमी मंगसिर की आई,
परणीजे लाडो बाई,
तनधन पधार्या म्हारे आँगणे,
देना हो तो झुंझनवाली दे इतना वरदान,
थारे भरोसे बैठ्यो मैया,
कोई ना म्हारो है,
म्हारी मावड़ली को आयो है सन्देश,
ले चालो म्हाने पिहरिये,
प्राणों से भी प्यारा दादी धाम तुम्हारा,
मारी हुंडी स्वीकारो महाराज रे।
सांवरा गिरधारी।
म्हारी दादी जगत सेठाणी,
म्हारो मौज करे परिवार,
जब तक हो दादी जीवन मेरा,
छूटे कभी ना ये आंगन तेरा।
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