किण विधि राखेला राम ।
काँहि मैं जाणू ,
Tag: aaram to hai par chain nahi
मत मांगो यह वचन रानी मेरे प्राण चले जाये
मुझे यु छोड़ कर न जाया करो,
तुझे जब मैं पुकारू आ जाया करो,
जीवन संग्राम है, ना सुख आराम है, जब तक है खाटू वाला, डरने का क्या काम है।
शबरी राम को बेर खिला रही,मीठे चाख चख के।
ये नैया अटकी है मझधार।पार करो बालाजी नया बन के खेवनहार
राम और लक्ष्मण दशरथ के बेटे दोनों बण खंड जाय
हेजी कोई राम मिलै भगवान।
में तो पुरबियों पूरब देश रो मारी हेली ।
इस आलीशान मकान का क्या देते हो आप किराया।
हमने आंगन नहीं बुहारा,कैसे आएंगे भगवान
You must be logged in to post a comment.