बैठी थी घमंड में,में बैठी थी गुमान में।
Tag: Din raat jalaye baithe hai akho ke diye
आधा है चंद्रमा रात आधी। रह न जाए मैया मुलाकात आधी मैया बात आधी।
काऊ दिन पाले सुआ उड़ जायेंगे।
चरणों में बैठे हनुमान ओ राम जी के मंदिर में,
पीयो पीयो रे पीने वालो तुम श्याम नाम रस पीया करो,
बीती आधी रात हनुमान भी ना आए,
तेरी जिंदगी दो दिन की,सह में लुटावे क्यों
दीनबंधु दयालु दया कीजिये,
वरना हमको यहाँ से उठा लीजिये।
दिल में तू श्याम नाम की,
जरा ज्योति जला के देख।
दिन रात जलाए बैठे हैं,आंखों के दिए तेरे खातिर
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