भारत में फिर से आजा,मन मोहन मुरलिया वाले।
Tag: fir darne ki kya baat hai
टाबरिया अरदास करे रे,
मत ना टारो जी,
आन संभालो जी सावर,
आन संभालो जी
मीरा झुक झुक देखे बाट कन्हैया तेरी।कान्हा सुन ले टेर तूं मेरी।
तेरी भी बनेगी बात मेरी भी बनेगी,
क्या तू लेके आया है क्या तू लेके जायेगा।
अपनी पाँयल का घुघरू बना लो मुझे,
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं , फिर डरने की क्या बात है,
शबरी तुम्हरी बाट निहारे,वो तो रामा रामा पुकारे