पीले फूलों की बगिया सुहानी, मेरी बगिया में आओ राधारानी।
Tag: Fulbagiya chalo sakhi phool
कन्हैया बागों में मत जाइयो बाग की मालन मोह लेगी।
आसमान से फूलो की बरसात हो रही
गौरा तेरी शादी भोले से हो रही।
मेरे उठे कलेजे पीड़ सखी, वृन्दावन जाउंगी।
चलो री सखी आज मिलेगे भगवान
फूल तुम्हें श्रद्धा के अर्पण हे शिव शंकर त्रिपुरारी।
फूल कमलों से निकले गणेश ललना,
दरवाजे आया कौन सखी यह तो बता दो।
माला फुलन कि राम जाने किसके गले पड़ेगी।
मैं देखु जिस और सखी री,
सामने मेरे सांवरिया,
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