तुम तो कान्हा छलिया हो दरश कब दिखाओगे।
Tag: Aaj janme kuwar kanhayi
कान्हा कान्हा रटे ग्वालनी,
राधे का ना ध्यान करे,
लेके फिर अवतार कन्हैया कलयुग में आ जाओ।
आज भवर में नैया कन्हैया
तुम हो कहा तुम हो कहाँ
लाल समझाए ले मैया, है नटखट तेरा कन्हैया।
घढ़वा दे म्हारा कानजी सोना री झुमरिया।
अगला जन्म भी सांवरे लिख ले अपने नाम
ओं मेरे कान्हा तेरा मुस्कुराना
भूल जाने के काबिल नहीं है।
ये कुञ्ज गली सँकरी सँकरी,
छुप गया कान्हाँ पकड़ी पकड़ी,
काली कमली वालेया मैं तेरी हाँ
सोने नैना वालेया मैं तेरी हाँ।।
You must be logged in to post a comment.