बाजे रे शंख और नगाड़े,
अंजनी के घर ललना पधारे,
Tag: Baje re muraliya baje
मनमोहन मुरलिया वाले, बांसुरिया वाले सुनाय रहे बांसुरिया।
मुरलिया वाले,
कब आओगे म्हारे देश।।
ये तेरी रस भरी मुरली , मेरे मन को तड़पाती है।
मेरा दिल तुझपे कुर्बा,
मुरलिया वाले रे,
बजने दो भाई बजने दो, मेरी मैया का ढोलक बजने दो।
भारत में फिर से आजा,मन मोहन मुरलिया वाले।
श्याम तेरी कर्मों की गति न्यारी,
में कैसे रटु मुरारी
मेरा लाख टके का झुनझुना,
में तो ल्याई कटरा से मोल, झनाझन बाजे झुनझुना,
मनमोहन मुरलिया वाले बंसुरिया वाले सुना दे बंसुरिया,
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