मिशरी से मिठो नाम,
हमारी राधा रानी को,
Tag: Are mithe lage tere ber shabri
शबरी राम को बेर खिला रही,मीठे चाख चख के।
राम घर आया शबरी,
करे है बधावना,
मिठो जग में बोलणो हो रे हँसला फेर मिला ला नाय
मैं बरसाने की गली आ गई हूं,
राधे वृषभानु लली आ गई हूं,
तर्ज:- अब न छिपाऊँगा सबको बताऊंगा शबरी बिचारी है, प्रेम की मारी है,स्वागत में रघुबर के , सुद बुद्ध बिसारी है,लक्ष्मण सीताराम मेरे घर में पधारे ।। कबसे बैठी थी मैं आस लगाये, दो नैनन के दीप जलाये,रघुनंदन ने दर्श दिखाये, जन्म जन्म के सब सुख पाये,मेरी कुटिया के बड़े भाग सुहाने हैं, आज प्रभु […]
मीठा लागे भीलनी रा बोर,
ओ लक्ष्मण भैया,
एकबार भला मुस्काते चलो, श्री राम जनक भगवान हो
मेरे राम जी से राम राम कहियो रे
मीठे लगे तेरे बेर, शबरी मीठे लगे।
You must be logged in to post a comment.