सारा जग ढूंढ लिया कोई तुमसा न देखा,
Tag: bhed koi samajh na paya
एसो कोई नहीं रे, हीरा को परखैया राम कोई नहीं रे।
ये जीवन नैया है,
इस नैया का,
तू ही माझी है,
निगाहें फेर क्यों बैठे, मेरा तो और ना कोई,
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया।
नैया है मझधार श्याम इसे,
पार लगा जाओं
जब कोई ना हो अपना,बस दादी दादी जपना
शम्भू के विवाह का मजा लीजिए,
ना तो दुःख है ना कोई कमी है,जबसे मैया की रहमत हुई है