सुन मेरी मात मेरी बात, छानी कोणी तेरे से
Tag: Bholi dhali pyari dadi ma
कन्हैया तेरी यारी पे
वारी रे मैं तो वारी।
मत कर भोळी आत्मा ,
नुगरों रो संग रे ।
नुगरों री संगत में ,
ओ मिनख जमायो खोयो रे ॥
गल मोत्यां को हार,
सिर चुनड़ चमक धार,
देकर सोलाहा शृंगार,
माँ बनडी सी लागो जी
ओ मेरी प्यारी दादी,
देख तेरी बेटी आई,
इबके भादो बुलाले मावड़ी,,
चरणां में अपने बिठाले मावड़ी,,
दादी का मंगल, रोज करोगे,
मौज करोगे, मौज. करोगे,
भोले तेरे पर्वत पे कैसे छा रही छटा निराली है।
सोने चांदी के बनाये हनुमान दरवाजे लागे पीतल के।
जब तक हो दादी जीवन मेरा,
छूटे कभी ना ये आंगन तेरा।
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