मुझे मिल रही खुशियां अपार सखियों होली में।
Tag: Aaj hamare man me ajab si khushiya hai
लड्डू गोपाल बसे हैं मेरे मन में।
तू भीख ना देगी तो, मैं शोर मचा दूँगा.
देखा अजब नजारा दरबार मैं कन्हैया,
मेरे मन में बस गयो श्याम लला,
भाये कैसे कोई अब और भला।।
,थाने बनड़ो बणायो रे,थारो होयो गजब श्रृंगार,
तेरी माया अजब निराली, बने श्याम भगत के हाली।
बिगड़ी बनाने वाली,
कष्ट मिटाने वाली,
दुनिया में जगदंबे माँ,
सज धज के बैठी है माँ,
लागे सेठानी,
चेत चेत म्हारा मन रे दीवाना, पीछे फेरा क्यों नहीं देता
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