ये सुन्दर चेहरा सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दिवाना लगता है,
Tag: Aa jao ab to girdhari raas rachane kunjan me
तरेगा वही जिसके मन में हरी है, मन में हरी है,
गुरु जी तैने कैसो खेल रचायो
तेरी माया को पार ना पायो।
चंदा भी देख शरमाया, कान्हा जी तुम्हे किसने सजाया।
भारत में फिर से आजा,मन मोहन मुरलिया वाले।
तूने अजब रचा भगवान,भाग्य इस नारी का।
मैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचैया,
ओ झुँझन वाली माँ,
क्या खेल रचाया है,
जिसने भी देखी तेरी सांवली सी सूरत। नैनों में हर पल रहती प्यारी सी मूरत।
नैया है मझधार श्याम इसे,
पार लगा जाओं
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