झूला झूले हो गजानंद झुलना,
Tag: Gajanan kar do beda paar aaj hum tumhe manate hai
धुला लो पाँव राघव जी
अगर जो पार जाना है।
नैया है मझधार श्याम इसे,
पार लगा जाओं
ये नैया अटकी है मझधार।पार करो बालाजी नया बन के खेवनहार
मैं कैसे उतरू पार नदिया अघम बहे।
गजानन कर दो बेड़ा पार आज हम तुम्हे मनाते हैं।