कुण बाबा ने सजायो आज, यो लागे बनड़ो सो,
Tag: Bala sa thane kun sajaya ji
सज गयी खाटू नगरी,
शोभा अपरम्पार है,
झीनी झीनी उड़े रे गुलाल बालाजी तेरे मंदिर में।
सज रही मेरी अम्बे मैया, सुनहरी गोटे में ।
तुझे किसने सजाया औ राधे। तूं दुल्हन सी लागे ओ राधे।
चंदा भी देख शरमाया, कान्हा जी तुम्हे किसने सजाया।
आज सजाया दरबार बाला जी आओ कीर्तन में,
सज के चली राधा प्यारी अरे राधा प्यारी,
बाला सा थाने कुण सजाया जी,
म्हारे मनड़ो हर लीनो,
थारी सूरत मतवारी,
श्याम प्यारे को किसने सजाया आज भक्तों के मन को भाया