ठुकराओ या स्वीकार करो,
मैं शरण में हूँ,
Tag: apni sharan me de do thikana
क्यों भटक रहा तु झूठे जगत में श्याम शरण ले ले,
किस्मत संवर गयी है,
तेरी शरण में आकर,
आये अंजनी रतन हम तो तेरी शरण,
हरो चिंता हमारी हे चिंता हरण।।
गुरासा शरण आपरी आया,
शरणों में आया,
बहुत सुख पाया,
हम शरण तेरी आए है,
झुकाने को ये सर,
भटकता डोले काहे प्राणी, चला आ प्रभु की तू शरण में, बदल जाएगी जिंदगानी।
मुझे अपनी शरण में ले लो राम, ले लो राम!
मैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचैया,
शरण तेरी आया है,
दास घबराया है,
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