पिला दे हरि नाम की मस्ती,पीने वाले दाम ना
पूछे मंहगी हो या सस्ती
Tag: Aa jao ab to girdhari raas rachane kunjan me
कान्हा मेरे एकबार तो आ जाइयो,मधुवन की कुंज गलिन में।
भरोसे हम तो बाबा के,
जो होगा देखा जाएगा
ऐसी रचना रच गया तू जहां देखूं वहां तू ही तू।
क्यों रो रहा है तू क्यों रो रहा है,
बन के पिता जब बैठा बाबा तू क्यों रो रहा है,
जीवन तेरा श्याम हवाले,
मन तू क्यों घबराये,
तर्ज, हे गिरधर तेरी आरती गाऊ बांके बिहारी तेरी याद सताए,याद सताये मेरे नैना भर आये,बांके बिहारी तेरी याद सताए, आँखों में तेरी सूरत प्यारी,यादों में तेरी मूरत प्यारी,नैनो में तेरी छवि मुस्काये,बांके बिहारी तेरी याद सताए, फूलों कलियों में तेरी छवि है,बुलबुल के गीतों में तुम्हारी श्रुति है,वाणी तेरी ही तेरे गुण गाये,बांके बिहारी […]
सलोने श्याम को जब देखूं दुनिया भूल जाती हूँ,
आ जाओ अब तो गिरधारी,
रास रचाने कुंजन में,
मेरो राधा रमण गिरधारी,गिरधारी श्याम बनवारी