जिस ओर नजर फेरूं दादी,
चहुँ ओर नजारा तेरा है,
Tag: Aao dadiji sajawa thane sara milke
गल मोत्यां को हार,
सिर चुनड़ चमक धार,
देकर सोलाहा शृंगार,
माँ बनडी सी लागो जी
ओ मेरी प्यारी दादी,
देख तेरी बेटी आई,
सज गयी खाटू नगरी,
शोभा अपरम्पार है,
म्हारी मावड़ली को आयो है सन्देश,
ले चालो म्हाने पिहरिये,
हे झुंझनवाली आता रहवां म्हें झुंझुनू-धाम जी,,
सज रही मेरी अम्बे मैया, सुनहरी गोटे में ।
चन्दन चौक पुरावा,
मंगल कलश सजावा,
आओ आओ ना बाबा जी,
म्हारे आंगणे,
जब तक हो दादी जीवन मेरा,
छूटे कभी ना ये आंगन तेरा।
झुंझनू धाम का कण कण बोले,नारायणी नमो नमः
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