दयालु तुम्हारी दया चाहता हूँ
चरणों में थोड़ी जगह चाहता हूँ।
Tag: Aisi Kari gurudev daya
चरण शरण में राख सदा शिव तेरी है दरकार दया कर बम भोले,
कुछ नहीं करुणानिधान चाहिए,
एक तेरी दया दयावान चाहिए,
आ मन बैठ जरा गुरु जी के चरणों में
आतो सुरगां न सरमावे , इ पर देव रमण न आवे
मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो,
गुरासा शरण आपरी आया,
शरणों में आया,
बहुत सुख पाया,
हर गली में फूल बिछा दो रे, दया सिंधु गणेश जी आएंगे
मारा मनवा जीवडलो हिलोरा खाय,
दयानिधि अब तो लो अवतार, मेरे प्रभु अब तो लो अवतार
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