भेष बदल कर नारी बन कर, चले है तन कर श्याम,सभी को भा गये है
Tag: bhagy is naari ka
प्रभु ने अजब लिखी तकदीर।
बिन भाग मिले ना दुनियाँ में अमृत भोग ।।
तूने अजब रचा भगवान,भाग्य इस नारी का।
भेष बदल कर नारी बन कर, चले है तन कर श्याम,सभी को भा गये है
प्रभु ने अजब लिखी तकदीर।
बिन भाग मिले ना दुनियाँ में अमृत भोग ।।
तूने अजब रचा भगवान,भाग्य इस नारी का।