तूं मान कही नंदलाल नही,थाने में रपट लिखाय दूंगी।
मैं आई तेरे धाम मुझे दर्शन दो बाबा,
नाम जप ले हरि का नाम जप ले, चौरासी तेरी कट जायेगी,नाम जपले।
तेरे सिवा कौन बाबा जग में हमारा है,
तू ही तो है मालिक मेरा, तू ही तो सहारा है,
किसी का मत करियो अपमान,
वक्त की हवा निराली है,
मिशरी से मिठो नाम,
हमारी राधा रानी को,
चंदा भी देख शरमाया, कान्हा जी तुम्हे किसने सजाया।
मुरली बजाने वाले, गिरिवर उठाने वाले,
मैं दास हूँ तुम्हारा, मैं दास हूँ तुम्हारा।
भारत में फिर से आजा,मन मोहन मुरलिया वाले।
तूने अजब रचा भगवान,भाग्य इस नारी का।
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