श्याम मुरली तो बजाने आओ,
रूठी राधा को मनाने आओ ।
Tag: Banshi bajawe nandlala
मीरा का तो बजे इकतारा,
मुरली बजावे, नंदलाल,
करके चले श्याम सोलह सिंगार। अरे नंदलाला नारी में बदल गए
झूला तो झूले रानी राधिका,
झुलावे नंदकुमार,
गिरधर की बंशी प्यारी जी गिरधर की।
गुजरिया ये नंदलालो तो झाला देवे ये
बंसी बाजेगी राधा नाचेगी,बैरी जग रूठे ते रूठ जाए,
मैं नन्दलाल ना भुलाउंगी,
राणा मारो या छोड़ो,
हो माने ना छेड़ो जी नंदलाल मटकियाँ सिर से गिर जायेगी।
कन्हैया प्रेम की बंसी बजा दोगे तो क्या होगा।
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