डमरू बजाने वाले जय हो जय भोले भंडारी
Tag: Damru bajane wale jay ho bhole bhandari
छोटी सी झोपड़िया में होय न गुजारा। भोले कोठी बनवा दो,
भोले के गले में काला नाग डोले,
भोले तेरे पर्वत पे कैसे छा रही छटा निराली है।
बिगड़ी किस्मत को बनाता भोले भंडारी मेरा,
हे शिव भोले भंडारी,
मैं आया शरण तिहारी,
डम डम डमरू वाला बड़ा मतवाला, बड़ा भोला भाला है।
कैलाश पर्वत पर जाकर रहूंगी।भोले को अपना बना के रहूंगी।
मेरी बिगड़ी बना दे हो ओ भोले भंडारी
भोला ख़ुशी में कमाल कर बैठे
वो तो गौरा से प्यार कर बैठे।
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