बाबा जी नैण रसीला, ज्यूँ अमृत का प्याला जी,
Tag: darshan ko pyase hai naina
कजरारे नैनो वाली,
तू ज्यो फूलों की डाली
तिरछी चितवन से करके इशारे,
चोट ऐसी जिगर पे ये मारे,
घुंघटीयों झीणों झीणों,
सांवरिया नैण मिला ले रे,
मन्ने दर्शन देदे हनुमान बहुत दुःख पा लिया,
ओ मेरे नैनो में बस गए श्याम,
अब डर काहे का,
जब तक नैना से नैना लगे ना, बांके बिहारी तब तक नोनो लगे ना
मेरे नैनन रहयो समाए, समाए श्री गोवर्धन गिरधारी
दर्शन दिखादे मेरे श्याम, बाबा आन पड़ा हूँ तेरे द्वार पे।
मैं आई तेरे धाम मुझे दर्शन दो बाबा,
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