श्याम मुरली तो बजाने आओ,
रूठी राधा को मनाने आओ ।
Tag: de do na murli
ऐ जी घनश्याम ,थारी मुरली कामनगारी म्हारा राज
उसको हर घडी आनंद ही आनंद है ।।
यूँ बजाओ ना मुरली की तान रे, तान ले लेगी जान रे ।
मोर मुकुट मुरली की कसम हम तुमसे मोहब्बत करते हैं
जिनके होंठों पे मुरली,
रहे रात दिन,
रहे रात दिन,
बस वहीं मुरलीवाला,
हमें चाहिए
मैं मुरली पकड़ कर रोई कान्हा तेरी याद में
तेरी सुन मुरली की तान ओ तान, मैं तो भूल गई सुध सांवरिया।
सेठा में सेठ है न्यारो,
यो मुरली बजाबा वारो,
गोपाल मुरलिया वाले,
नंदलाल मुरलिया वाले,
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