श्यामा थारा घूंघर वाला बाल,जीव मेरो भरमायो जी मदन गोपाल
Tag: Bhajo bhajo gopal dekho prakat bhaye nandlala
गोपालो झलके अंखियन में,
नन्दलालो झलके अंखियन में।।
करके चले श्याम सोलह सिंगार। अरे नंदलाला नारी में बदल गए
झूला तो झूले रानी राधिका,
झुलावे नंदकुमार,
लड्डू गोपाल बसे हैं मेरे मन में।
गुजरिया ये नंदलालो तो झाला देवे ये
लड्डू गोपाल मेरा लड्डू गोपाल।
मैं नन्दलाल ना भुलाउंगी,
राणा मारो या छोड़ो,
हो माने ना छेड़ो जी नंदलाल मटकियाँ सिर से गिर जायेगी।
हमें तो जोगनिया बनाए गयो रे ।
वो छलिया नन्द को री
You must be logged in to post a comment.