लाला तोहे काउ दिन हाथ लगाई दूंगी
मत तोड़े दही की मटकी।
Tag: Aiso chatak matak so thakur
किसी का मत करियो अपमान,
वक्त की हवा निराली है,
कोरी मटकी में दही जमे कोन्या।राधा बिना श्याम मिले कोन्या।
मेरी भरी मटकिया ले गयो कान्हा बंशी वालो ।
मेरा दिल तुझपे कुर्बा मुरलिया वाले रे ।
दही खालो मटकिया ने फोड़ो,
चली धरके मटुकिया दही वाली।
सुन री यशोदा मैया, तेरे नंदलाल ने
कंकरिया से मटकी फोड़ी,
माटी में मिले माटी पानी में पानी,
अरे अभिमानी अरे अभिमानी।।
ठाकुर जी तेरी सेवा हमसे ना बनी रे
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