तूं मान कही नंदलाल नही,थाने में रपट लिखाय दूंगी।तोहे डंडा ते पिटवाई दूंगी।
तूं छेड़े बीच डगरिया में।कंकर मारे तूं गगरिया में। ओ या रुक्का आऊं नगरिया में,तोहे एसो मजो चखाए दूंगी।थाने में रपट लिखाय दूंगी।तोहे डंडा ते पिटवाई दूंगी।
तूं मान कही नंदलाल नही,थाने में रपट लिखाय दूंगी।तोहे डंडा ते पिटवाई दूंगी।
मत लूटे माखन और दही।तोहे बतला री में सही सही।मेरे तन में बाकी नहीं रही,सब भैया ते बतलाए दूंगी,तोहे डंडा ते पिटवाई दूंगी।थाने में रपट लिखाय दूंगी।तोहे डंडा ते पिटवाई दूंगी।
तूं मान कही नंदलाल नही,थाने में रपट लिखाय दूंगी।तोहे डंडा ते पिटवाई दूंगी।
तेरे संग में ग्वाल बाल सारे।सबने मिलके आंगन तारे।मेरी सुन ले तूं कलवा तोहे,तेरी शक्कल ठिकाने लाय दूंगी।तोहे डंडा ते पिटवाई दूंगी।थाने में रपट लिखाय दूंगी।तोहे डंडा ते पिटवाई दूंगी।
तूं मान कही नंदलाल नही,थाने में रपट लिखाय दूंगी।तोहे डंडा ते पिटवाई दूंगी।
सब गोपी तोहे समझारी,निर्लज्ज तोहे अक्कल नही आरी।तेरी लिख लिख के धर ले सारी,मैया ते तोहे पिटवा दूंगी।थाने में रपट लिखाय दूंगी।तोहे डंडा ते पिटवाई दूंगी।
तूं मान कही नंदलाल नही,थाने में रपट लिखाय दूंगी।तोहे डंडा ते पिटवाई दूंगी।