तुझे किसने सजाया औ राधे। तूं दुल्हन सी लागे ओ राधे।
Tag: Ab man bhaj le radheshyam
मेरे मन की फसी पतंग किशोरी तेरे महलन में।
झूम झूम के, नाच नाच के, मन की लगन मिटाऊं। राधे राधे गांऊं।
तोरा मन दर्पण कहलाए,
में वन का मोर बन जाऊं,और गाऊं राधे राधे।
लागी लागी है लगन माहने श्याम नाम की ,
मन चल रे वृन्दावन धाम,
राधे राधे गाएंगे,
आज हम नाचेंगे राधे के दरबार,
चेहरों उतर गयो चांद को जी,एसो सोनो सोनो लागे,
थारी मोह माया ने छोड़ ,
राम ने भज रे ।
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