श्याम-हवेली में मेरे बाबा,
लीले चढ़कर के अइयो,
Tag: baba shyam ke darwar machi re hori
अब तो बुला दरबार साँवरे,
मैं कर ना सकूँगा इन्तजार साँवरे,
भोला बाबा को लाग्यो दरबार,
रस की बूँदा पडे,
होली खेलन को मैंने राधा को किया फ़ोन,
ऐसा दरबार कहां,
ऐसी सरकार कहां,
आता रहूं दरबार भोलेनाथ,
मैं पाता रहूं तेरा प्यार भोलेनाथ,
खाटू वाले श्याम तेरा, सच्चा दरबार है,
तेरी जय जयकार बाबा, तेरी जय जयकार है।
देखो प्यारे श्याम का ये दरबार है,
हर भगतो का होता बेडा पार है,
तेरे दरबार में सर झुकाती रहूं ।
तू बुलाता रहे और मैं आती रहूं।।
खाटू में मची धमाल फागुन आयो रे,
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