जब जब बाबा कोई ठोकर खाता है।रस्ता जब कोई नज़र नहीं आता है।
Tag: Ab man bhaj le radheshyam
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया।
मन राधेश्याम सीताराम रट रे
तेरे संकट जाएंगे कट रे।
अब मन भज ले राधेश्याम,बुढ़ापा बैरी आवेगाे।
जब जब बाबा कोई ठोकर खाता है।रस्ता जब कोई नज़र नहीं आता है।
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया।
मन राधेश्याम सीताराम रट रे
तेरे संकट जाएंगे कट रे।
अब मन भज ले राधेश्याम,बुढ़ापा बैरी आवेगाे।